लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद चुनाव आयोग ने एक कमेटी का गठन किया है जो चुनाव के दौरान अवैध धन के इस्तेमाल पर नजर रखेगी। इस कमेटी में वित्तीय एजेंसियों के प्रमुखों को शामिल किया गया है।
कमेटी में सीबीडीटी के चेयरमैन, केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर बोर्ड के चेयरमैन, प्रवर्तन निदेशालय के निदेशक, केंद्रीय आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो के निदेशक और वितीय अन्वेषण यूनिट के प्रमुख शामिल हैं।
बीएसएफ के महानिदेशक, सीआरपीएफ के महानिदेशक, सीआईएसएफ के महानिदेशक, सशस्त्र सीमा बल के महानिदेशक, नारकोटिक्स नियन्त्रण ब्यूरो के महानिदेशक, आरपीएफ के महानिदेशक और ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी के महानिदेशक राकेश अस्थाना कमेटी में आमंत्रित सदस्य होंगे।
15 मार्च को होगी पहली बैठक
चुनाव आयोग ने सोमवार को कमेटी के सदस्यों को पत्र भेजा. 15 मार्च शाम 4 बजे, चुनाव आयोग में कमेटी की पहली बैठक होगी। इस बैठक में कमेटी के सभी सदस्य शामिल होंगे। चुनाव आयोग की तरफ से मुख्य चुनाव आयुक्त के साथ दोनों चुनाव आयुक्त और बाकी सभी वरिष्ठ अधिकारी बैठक में शामिल होंगे।
कमेटी का यहां रहेगा फोकस
कमेटी का मुख्य मकसद चुनाव में अवैध धन के इस्तेमाल को रोकना है, ताकि मतदाताओं को धन के प्रभाव से बचाया जा सके। कमेटी का मुख्य फोकस दक्षिण भारत के चार राज्यों तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना पर होगा, जहां से चुनावों के दौरान अवैध धन के इस्तेमाल की सबसे अधिक खबरें आती हैं।